Public Provident Fund (PPF) क्या है? फायदे, ब्याज और पूरी सरल गाइड
by finmaster
क्या आपने कभी उस बुजुर्ग की बात सुनी है जो कहता है, "बेटा, पैसा जमा करो, भविष्य के लिए"? पर सवाल यह है कि आज के दौर में जमा कहाँ करें? शेयर बाजार का जोखिम सहन नहीं होता, बैंक की FD की ब्याज दर देखकर मन नहीं भरता, और तुरंत पैसे निकालने की छूट भी चाहिए। ऐसे में एक ऐसी योजना है जो दशकों से भारतीयों के भरोसे पर खरी उतरी है। नाम है पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF।
सोचिए, एक ऐसी जगह जहाँ आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित हो, उस पर अच्छा खासा ब्याज मिले, टैक्स भी बचे और वो भी सरकार की मुहर के साथ। जी हाँ, PPF यही सब करता है। यह कोई नई-फंडी स्कीम नहीं है, बल्कि 1968 से चली आ रही एक पुरानी और आजमाई हुई योजना है। इसे भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने शुरू किया था ताकि छोटे-छोटे निवेशक भी लंबी अवधि में एक मजबूत वित्तीय गढ़ बना सकें। सबसे खास बात यह है कि PPF हर किसी के लिए है। चाहे आप नौकरीपेशा हों, व्यापारी हों, घर पर रहने वाले हों या छात्र। बस आप भारत के निवासी होने चाहिए। यह EPF (जो सिर्फ नौकरीपेशा लोगों के लिए है) से बिल्कुल अलग है। यहाँ न तो आपकी कंपनी पैसा डालती है और न ही यह अनिवार्य है। यह पूरी तरह से आपकी मर्जी की बचत योजना है।
PPF का पूरा हिसाब-किताब: थोड़ा सा धैर्य, बड़ा फायदा
कितना और कैसे जमा करें?
PPF कीखूबसूरती इसकी सादगी में है। आप सालाना कम से कम ₹500 जमा करके भी खाता चला सकते हैं। वहीं, एक साल में अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं। आप चाहें तो यह रकम महीने-दर-महीने किश्तों में डालें या साल में एक बार ही एकमुश्त डाल दें, कोई पाबंदी नहीं।
कितने साल का सफर है?
PPF एकलंबी दौड़ की योजना है। इसमें निवेश करते ही आपका पैसा 15 साल के लिए बंध जाता है। यह अवधि डरावनी लग सकती है, लेकिन यही तो इसकी ताकत है। यह लंबी अवधि आपको बचत का अनुशासन सिखाती है और चक्रवृद्धि ब्याज के जादू को पूरा समय देती है। 15 साल पूरे होने पर आप इसे 5-5 साल के ब्लॉक में आगे भी बढ़ा सकते हैं।
सबसे बड़ा magnet: टैक्स बचत का तिहरा फायदा
PPF कीसबसे चमकदार खूबी है इसका EEE (Exempt-Exempt-Exempt) टैक्स लाभ। मतलब तीनों स्तरों पर टैक्स में छूट:
- निवेश पर: हर साल आप जो ₹1.5 लाख तक PPF में जमा करते हैं, उस पर आपको आयकर धारा 80C के तहत छूट मिलती है।
- ब्याज पर: आपके जमा पैसे पर जो ब्याज बनेगा, उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
- मैच्योरिटी पर: 15 साल बाद जो पूरी रकम (आपका जमा किया पैसा + सारा ब्याज) मिलेगी, वह भी पूरी तरह टैक्स-फ्री होगी।
ब्याज का गणित: 'कंपाउंडिंग' का चमत्कार
PPF पर ब्याज दर सरकार हर तिमाहीतय करती है। फिलहाल (नवंबर 2025) यह दर 7.1% सालाना है। लेकिन यहाँ जादू है चक्रवृद्धि ब्याज (Compounding) का। सीधे शब्दों में, इस साल आपको जो ब्याज मिला, अगले साल उस पर भी ब्याज मिलेगा। यह सिलसिला साल-दर-साल चलता है और 15 साल में आपकी रकम को कई गुना बढ़ा देता है। एक छोटी सी लेकिन अहम टिप:ब्याज की गणना हर महीने आपके खाते की सबसे कम शेष राशि के आधार पर होती है। इसलिए अगर आप हर महीने पैसा डालते हैं, तो कोशिश करें कि महीने की 5 तारीख से पहले ही जमा कर दें। इससे आपको ज्यादा ब्याज मिलेगा।
क्या जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल सकते हैं? जानिए निकासी के नियम
हाँ, PPF में पैसा लॉक जरूर है, लेकिन जरूरत के वक्त के लिए रास्ते भी हैं।
आंशिक निकासी (Partial Withdrawal):
- कब? खाता खोलने के सातवें साल से शुरू होती है यह सुविधा।
- कितना? एक साल में सिर्फ एक बार निकाल सकते हैं। निकाली जाने वाली रकम आमतौर पर आपकी चौथे साल की बचत के 50% या पिछले साल की बचत के 50% में से जो भी कम हो, तक सीमित होती है।
खाते के बदले लोन (Loan against PPF):
- कब? खाता खोलने के तीसरे साल से छठे साल के अंत तक।
- कितना? लोन लेने की तारीख से दो साल पहले के बैलेंस के 25% तक। मान लीजिए 2024 में आपके खाते में ₹2 लाख थे, तो 2026 में आप ₹50,000 तक का लोन ले सकते हैं।
- ब्याज दर: PPF लोन पर ब्याज दर, PPF की मौजूदा ब्याज दर से सिर्फ 1% ज्यादा होती है। यानी अगर PPF पर ब्याज 7.1% है तो लोन पर सिर्फ 8.1% ब्याज देना होगा, जो बाजार के दूसरे लोन के मुकाबले काफी कम है।
समय से पहले बंद करना (Premature Closure):
सामान्य हालात में15 साल से पहले खाता बंद नहीं कर सकते। लेकिन गंभीर बीमारी, बच्चे की उच्च शिक्षा या शादी जैसी मजबूरी की स्थिति में 5 साल बाद खाता बंद किया जा सकता है, हालाँकि इसमें 1% जुर्माना लग सकता है।
PPF खाता कैसे खोलें? प्रक्रिया बेहद आसान
PPF खाता आप डाकघर या किसी भी अधिकृत बैंक (जैसे SBI, HDFC, ICICI) में खोल सकते हैं।
लगने वाले दस्तावेज़:
- फॉर्म-1 (PPF खाता खोलने का नया फॉर्म)।
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी।
- पता प्रमाण: आधार कार्ड, बिजली का बिल।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- नामांकन फॉर्म (यह बताता है कि आपके बाद खाते की रकम किसे मिलेगी)।
खोलने के दो तरीके:
- ऑफलाइन: बैंक या डाकघर जाकर फॉर्म लें, भरें और दस्तावेज जमा कर दें। कम से कम ₹500 का शुरुआती जमा कर दें।
- ऑनलाइन: अगर आपके पास SBI जैसे किसी बैंक में बचत खाता और नेट बैंकिंग सुविधा है, तो आप घर बैठे ऑनलाइन भी खाता खोल सकते हैं। बस अपने बैंक के ऐप या वेबसाइट पर लॉग इन करके 'इन्वेस्टमेंट' सेक्शन में PPF का विकल्प ढूंढें।
15 साल बाद क्या? मैच्योरिटी के बाद के विकल्प
जब 15 साल पूरे हो जाएँ, तो आप तीन रास्ते चुन सकते हैं:
- पूरी रकम निकाल लें: टैक्स-फ्री पूरा पैसा प्राप्त कर लें।
- बिना जमा किए जारी रखें: खाते को अगले 5 साल के लिए बढ़ा दें बिना एक रुपया और डाले। इस दौरान जमा रकम पर ब्याज मिलता रहेगा और जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल भी सकते हैं (साल में एक बार)। यह रिटायरमेंट के बाद नियमित आय का बढ़िया जरिया बन सकता है।
- जमा करते हुए जारी रखें: नया निवेश जारी रखते हुए भी खाते को 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए फॉर्म-4 भरकर मैच्योरिटी से पहले आवेदन करना होता है।
निष्कर्ष: क्या PPF आपके लिए है?
PPF उन लोगों के लिए सोने जैसी योजना है जो: जोखिम से दूर रहना चाहते हैं और सरकार की गारंटी चाहते हैं।
- टैक्स बचाना चाहते हैं।
- 15 साल या उससे आगे का कोई लक्ष्य (बच्चे की पढ़ाई, अपनी रिटायरमेंट) रखते हैं।
- नियमित बचत की आदत डालना चाहते हैं।
वहीं, अगर आपको अगले 5-7 साल में ही पैसे की जरूरत है, या तेज रिटर्न के लिए जोखिम लेने को तैयार हैं, तो PPF आपकी पहली पसंद नहीं हो सकता।
एक आखिरी बात: PPF आपके वित्तीय पोर्टफोलियो की नींव है, पूरी इमारत नहीं। यह सुरक्षा और स्थिरता देता है। बढ़त (ग्रोथ) के लिए आप अन्य निवेश रास्तों पर भी निर्भर कर सकते हैं। एक बार इसकी शुरुआत करके, आप अपने भविष्य के लिए एक मजबूत और सुरक्षित आधार जरूर बना सकते हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी वित्तीय या निवेश सलाह नहीं है। PPF में निवेश से पहले संबंधित बैंक या डाकघर से आधिकारिक नियमों की पुष्टि करें तथा अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं।

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